लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद नई सरकार बन गई है कल से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है जिस के पहले सभी नव नियुक्त सांसदो को शपथ दिलाई गई है।
एक तरफ सोशल मीडिया पर प्रादेशिक भाषाओं तथा अपनी अपनी मातृभाषा में कई सांसदों ने शपथ ली है उनका अभिनंदन किया जा रहा है।वही दूसरी ओर बेलगाम के सांसद तथा रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी इंग्लिश में शपथ लेने के बाद सुर्खियों में आए है।कन्नड़ के बजाए इंग्लिश शपथ लेने पर कन्नड़ संघटनो ने अंगड़ी पर ऐतराज जताया है।
कर्नाटक रक्षणा वेदिके के कार्यकर्ताओं ने रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगडी के खिलाफ प्रदर्शन कर उनका पुतला दहन किया। वेदिके के कार्यकर्ताओं का कहना था लोकसभा सांसद के रूप में उन्होंने कन्नड़ भाषा को नजरअंदाज करते हुए अंग्रेजी में शपथ ली जबकि प्रदेश के 28 सांसदों में से 26 सांसदों ने कन्नड़ में, एक ने संस्कृत और अंगडी ने अंग्रेजी में शपथ ली।
बेलगाम के क्लब रोड पर बुधवार को कर्नाटक रक्षणा वेदिके के कार्यकर्ताओं ने सुरेश अंगडी के खिलाफ नारेबाजी की और उनका पुतला जलाया। वेदिके के जिला अध्यक्ष महादेव तलवार, युवा इकाई के अध्यक्ष दीपक गुडग्यान्टी और गणेश रोकडे ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।करवे कार्यकर्ताओं ने उनके आवास के सामने प्रदर्शन करने का प्रयास किया तब उनको हिरासत में लिया गया।
23 मई को चौथी बार लोकसभा के लिए चुने गए सुरेश अंगडी ने रेल राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने ऐसा कर कन्नड़ संघ-संगठनों के बीच नाराजगी पैदा कर दी है और सोशल नेटवर्किंग साइट पर इसकी आलोचना की गई है। कन्नड़ संघटन आरोप लगा रहे हैं कि महाराष्ट्र एकीकरण समिति तथा मराठियों को खुश करने के लिए उन्होंने कन्नड़ के बजाए इंग्लिश में शपथ ली।
वही दूसरी और महाराष्ट्र एकीकरण समिति यूथ विंग के अध्यक्ष शुभम शेलके इस प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि वैसे अंगड़ीजी को घर का तोहफा कन्नड़ संघटनो ने दिया है उन्होंने मराठियों के लिए कुछ भी नही किया है।महज के इंग्लिश में शपथ लेने से मराठी प्रेम सिद्ध नही होता।इस के पहले उन्होंने कई बार मराठी विरोधी गतिविधिया की है।