बेलगाम सिटी कॉरपोरेशन (बीसीसी) इस समय धन की कमी से जूझ रहा है और सफाईकर्मियों और कंप्यूटर ऑपरेटरों के वेतन का भुगतान करने के लिए संघर्ष कर रहा है और ऐसे में इंदिरा कैंटीनों के रखरखाव का बड़ा वित्तीय बोझ भी उसी के जिम्मे है। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की अगुवाई वाली सरकार ने शहर में जिला अस्पताल, केएमएफ, बीसीसी वाणिज्यिक परिसर, नाथ पाई सर्कल, सब्जी बाजार और नेहरू नगर में छह इंदिरा कैंटीन स्थापित किए।
बीसीसी हर महीने करीब 30 लाख रुपये और एक साल में 3.50 करोड़ रुपये का वित्तीय बोझ झेल रही है। ऐसे समय में यह बड़ा बोझ है जब स्थानीय निकाय वित्तीय संकट में हो। हाल ही में हुई एक बैठक में सदस्यों ने राय व्यक्त की कि इंदिरा कैंटीनों की जिम्मेदारी सरकार को पूरी तरह से देखनी चाहिए।
बीसीसी आयुक्त शशिधर कूरर ने सदस्यों की राय के अनुसार इंदिरा कैंटीनों के अतिरिक्त वित्तीय भार को वहन करने के लिए बीसीसी को अतिरिक्त अनुदान देने के लिए नगर निगम प्रशासन विभाग को प्रस्ताव भेजा है। इंदिरा कैंटीन कांग्रेस सरकार के महत्वाकांक्षी कल्याण कार्यक्रमों में से एक थी, जिसके तहत एक व्यक्ति को मात्र 5 रुपये में नाश्ता और 10 रुपये में भोजन मिलता है।