गन्ना उत्पादक जिला बेलगाम के किसानों की गन्ना कीमतों को लेकर लड़ाई जारी है और इस लड़ाई में अब भाजपा का रैयत मोर्चा भी कूद गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 10 दिसंबर को विधानसभा सत्र के शुरू होने के साथ ही पूरे राज्य के रैयत मोर्चा के एक लाख किसान सुवर्ण विधान सौधा का घेराव करेंगे और उम्मीद जताई गई है कि इसका नेतृत्व भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा करेंगे।
उधर, रविवार को किसानों के विरोध पर पत्रकारों से बात करते हुए पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि यह राज्य सरकार ज़िम्मेदारी है। पूर्व में गन्ना कीमतों पर मुख्यमंत्री ने चीनी कारखाने के एक संघ को बात के लिए बुलाया था। अब किसानों का कहना है कि पिछले सत्र में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने समर्थन दिया लेकिन अब उन्होंने सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि कुमारस्वामी को पहले के वक्तव्य को याद रखना चाहिए। राजनीतिक नाटक ठीक नहीं है। 20 नवंबर को उन्होंने किसानों की बैठक में उल्लेख किया था कि आप लड़ रहे हैं।
बेलगाम जिला प्रभारी मंत्री के स्वामित्व वाली चीनी कारखाने को किसानों के बकाया का भुगतान करना है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन ने सरकार को झूठा बयान दिया था। अभी भी 619 करोड़ रुपये बकाया हैं। बागलकोट और बेलगाम के किसान अपने हक़ के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने असंतोष व्यक्त किया कि बाकी किसान उनके साथ क्यों नहीं आ रहे। किसानों के विरोध के कारण 10 दिसंबर को सुवर्ण विधान सौधा के पास एनएच 4 पर यातायात प्रभावित हो सकता है।