बेलगाम की सुवर्णसौधा में 10 दिसम्बर को शुरू हुआ विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को शोर-शराबे के साथ संपन्न हो गया। विपक्षी भाजपा के सदस्यों ने किसानों को ऋण राहत की मांग कर शुक्रवार को विधानसभा में विरोध शुरू किया।
उन्होंने सरकार के खिलाफ नारे लगाए और कहा कि यह ऋण तुरंत माफ कर दिया जाना चाहिए। अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने बार-बार सदन की कार्यवाही सुचारु चलने की अपील की। शोर-शराबे के बीच अध्यक्ष ने सदन को अनिश्चितकाल तक स्थगित कर दिया।
विपक्षी सदस्यों ने उत्तर कर्नाटक की समस्याओं से संबंधित मुद्दों पर बहस की अनुमति मांगी। साथ ही कहा कि यह किसान विरोधी सरकार है। ननजुंडप्पा रिपोर्ट की एक प्रतिलिपि लिए कुछ सदस्यों ने उत्तर कर्नाटक के लिए न्याय की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तर कर्नाटक के विकास के बारे में चिंतित नहीं है।
विधान परिषद के अध्यक्ष के प्रताप चंद्रशेटटी ने विरोध को देखते हुए 12 बजे तक सदन स्थगित कर दिया। फिर कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष के सदस्यों ने विरोध जारी रखा। शोर-शराबे के बीच में मंत्री जयमाला ने सदस्यों के पूछे गए सवालों के जवाब दिए। बाद में अध्यक्ष ने अनिश्चितकाल तक सदन को स्थगित कर दिया।