बेलगाम में विशेष रूप से गोवा, पुणे और मुंबई से लोग आते रहते हैं जो एक लोकप्रिय स्थल है। महानगरों की तुलना में यह छोटा है, लेकिन आज भी मिश्रित संस्कृति इसकी पहचान है। 50 और 60 के दशक में उद्योगपतियों ने इसे औद्योगिक शहर बनाने के सपने देखा, लेकिन वर्तमान में यह शैक्षणिक केंद्र बन गया है।
शीतकालीन सत्र के चलते नगर निगम और पीडब्ल्यूडी ने रातोंरात सड़कों के गड्ढों को बंद कर दिया और पूरी मुख्य सड़कों की सफाई की गई है। सभी मुख्य सड़कों पर स्ट्रीट लाइट के साथ उनको अच्छी तरह से धोया गया है। सड़क विभाजकों को पेंट किया गया है और यातायात संकेतक साफ़ किए गए हैं। सड़कों के कचरे भी साफ किए गए हैं।
इतनी सफाई के पश्चात शहर अब वीआईपी की आमद का इंतज़ार कर रहा है। वैसे पूरे साल भर में ऐसी स्वच्छता कभी नहीं होती है। यह भी सच्चाई है कि स्थानीय नगरसेवक भी ऐसी स्वच्छता में कभी रुचि नहीं लेते हैं।
शहर के सड़को की मरम्मत या तो वीवीआइपी भेट से होती है या विधान सभा के सत्र के दौरान सडको की सवारा जाता है ठीक उसी तरह शहर सभी सडको की गड्डो की मरम्मत हो चुकी है।सभी रस्तोंपर वही लम्बी सायरन की आवाज वाली गाड़ियों का आना जाना जारी है।सभी की होटल गेस्ट हाऊस तथा अन्य जगहों पर रुकने की व्यवस्था की गई है।